Posts

Showing posts from May, 2013

आखिर क्यूँ

माना बलिष्ठ है पुरूष,स्त्री की उससे समानता नहीं है, पर स्त्री पुरूष की दासी नहीं है , स्त्री को सुरक्षा भरा घेरा चाहिए, पुरूष सुरक्षा देने से करता है इनकार, उलटे करता है उसकी अस्मिता में प्रहार , क्यूँ?? महिला दिवस तब तक है बेकार, जब तक महिलाओ पर होगा अत्याचार ...                                                           ... ...  mamta

मज़हब

मैने हिन्दू के घर जनम लिया तो हिन्दू हो गयी , मुसलमान के घर लेती तो मुसलमान हो जाती, आज रामायण है तब हाथ में कुरान आ जाती, मंदिर के घंटो की जगह मुझे अजान की आवाज़ भाती , जो धर्म सिखाता है इंसान वही बन जाता है , आत्मा तो वही है बस नाम बदल जाता है