बेटियां...
दुआ करते हैं बेटे की और ,
हो जाती हैं बेटियां,
बड़ी जीवट होती हैं ये,
यूं ही पल जाती हैं बेटियां|
चौका बर्तन करती,घर में,
पढ़ लिख जाती है बेटियां,
सु ख सुविधाएँ बेटों को ,
पर आगे निकल जाती हैं बेटियां |
जन्मदायिनी हैं फिर भी,
मारी जाती हैं बेटियां ,
कभी लालच कभी वासना की,
बलि चढ़ जाती हैं बेटियां |
रुलाते हैं जब बेटे ,,
आंसू पोछती हैं बेटियां,
नफरत पाकर भी,
सिर्फ प्यार लुटाती हैं बेटियां|
कडककड़ाती ठण्ड में,
सुहानी धूप होती हैं बेटियां ,
मानो या न मानो ,
भगवान् का वरदान होती है बेटियां ...
bahut sundar mamtaji
ReplyDeleteधन्यवाद कौशल जी...
Deleteबहुत सुन्दर कविता बेटी पर !
ReplyDeleteLatest post हे निराकार!
latest post कानून और दंड
धन्यवाद कालिपद जी
Deleteआज की बेटियां जीवन के हर सोपान पर श्रेष्ठता का परचम लहरा रही है . इस अनुपम पोस्ट के लिए बधाई.....!!!
ReplyDeleteधन्यवाद sanjay जी
Deleteधन्यवाद अरुण जी ....
ReplyDeleteधन्यवाद मदन मोहन जी ...जरूर पधारुंगी
ReplyDeleteमानो या न मानो ,
ReplyDeleteभगवान् का वरदान होती है बेटियां ...
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